Mon. Jun 16th, 2025

कमिश्नर रीवा डाड ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग से की आपदा प्रबंधन की समीक्षा

राहत तथा बचाव संबंधी समस्त तैयारियां 25 जून तक कर लें – कमिश्नर

सिंगरौली कार्यालय
कमिश्नर कार्यालय में गूगल मीट से रीवा संभाग के कमिश्नर गोपालचन्द्र डाड ने बाणसागर परियोजना से जुड़े जिलों में बाढ़ की स्थिति में राहत एवं बचाव तैयारियों की समीक्षा की। कमिश्नर ने कहा कि सभी जिलों के अधिकारी बाढ़ संभावित क्षेत्रों का दौरा करके 25 जून तक राहत एवं बचाव कार्य से जुड़ी तैयारियां पूरी कर लें। बाढ़ की स्थिति में राहत शिविर लगाने के लिये स्थान के चयन से लेकर बचाव दल, राहत के उपकरण, दवाओं, खाद्य सामग्री की आपूर्ति तथा बिजली एवं पानी की व्यवस्था से जुड़ी कार्यवाहियां सुनिश्चित करें। बाढ़ पर नियंत्रण के लिये समय पर सूचनाओं का आदान-प्रदान आवश्यक है। जिला तथा तहसील स्तर पर बाढ़ नियंत्रण केन्द्र स्थापित करके इनमें प्रशिक्षित कर्मचारी तैनात कर दें। सूचनाओं का एक दूसरे को लगातार आदान-प्रदान करते रहें। बांधों से पानी छोड़े जाने अथवा लगातार वर्षा की स्थिति में सभी जिले सतत संपर्क में रहें।
कमिश्नर ने कहा कि बाणसागर बांध की अप स्ट्रीम तथा डाउन स्ट्रीम में बाढ़ संभावित क्षेत्र चिन्हांकित हैं। अप स्ट्रीम में मैहर तथा शहडोल जिलों में बांध के जल भराव क्षेत्र में अस्थायी बस्ती बनाकर खेती की जाती है। इन क्षेत्रों से 25 जून तक सभी बस्तियां हटा दें। सभी एसडीएम अपने क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर लें। बाढ़ से बचाव के लिये व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर विभिन्न विभागों के संबंधित अधिकारियों को जोड़ें। इस ग्रुप में गांव के कुछ व्यक्तियों तथा पटवारी, ग्राम पंचायत सचिव, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता जैसे मैदानी कर्मचारियों को भी शामिल करें। समय पर सही सूचना मिलने से राहत और बचाव कार्य में आसानी होगी। बाणसागर बांध की डाउन स्ट्रीम में सीधी तथा सिंगरौली जिले के 129 गांव बाढ़ संभावित हैं। आपदा प्रबंधन के लिये संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश पत्र जारी कर दिये गये हैं। इनके अनुरूप कार्यवाही करें। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए पर्याप्त दवाएं भण्डारित करा दें।
बैठक में आईजी रीवा रेंज एमएस सिकरवार ने कहा कि बाढ़ से बचाव के लिए समय रहते तैयारियां कर ली र्गइं तो कोई परेशानी नहीं होगी। जल संसाधन विभाग, राजस्व विभाग तथा पुलिस विभाग के अधिकारी तत्परता से बाढ़ संबंधी सूचनाओं का आदान-प्रदान करें। समन्वय के साथ किसी भी स्थिति से निपटने के लिए कार्य योजना बनाएं। आपदा प्रबंधन के लिए बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप में संभावित बाढ़ प्रभावित गांवों के कुछ आम नागरिकों के भी मोबाइल नम्बर शामिल करें जिससे समय पर गांव में सूचना दी जा सके। सभी कंट्रोल रूम एक दूसरे की सूचनाएं साझा करें।
बैठक में कलेक्टर श्री चन्द्रशेखर शुक्ल के द्वारा जिले में बाढ़ से निपटने के लिए किए गए प्रबंधों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बाढ़ से प्रभावित होने वाले जिले के सभी गांवों में समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली गई हैं। जिला और तहसील स्तर पर 15 जून से कंट्रोल रूम शुरू हो जाएंगे। बाढ़ प्रभावित गांवों में मंदिर, पक्के मकानों तथा बिजली के खंभों में निर्धारित ऊंचाई में संकेतक बनाया गया है।तथा ग्रामवासियों को इस बात के लिए आगाह किया गया है कि निशान तक पानी आने पर वह गांव छोड़ दें। बैठक में वर्चुअल माध्यम से कलेक्टर चन्द्रशेखर शुक्ला, अपर कलेक्टर अरविंद झा, संयुक्त कलेक्टर संजीव पाण्डेय, एसडीएम सिंगरौली सृजन बर्मा, एसडीएम माड़ा राजेश शुक्ला, आयुक्त नगर निगम डी.के शर्मा सहित संबंधित अधिकारी बैठक में उपस्थित रहे।

Author

  • Fanindra sinha

    दुनिया की आवाज तेजी से बढ़ता न्यूज़ नेटवर्क संपदक फणींद्र सिन्हा

    View all posts

By Fanindra sinha

दुनिया की आवाज तेजी से बढ़ता न्यूज़ नेटवर्क संपदक फणींद्र सिन्हा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *